मुझे पता नहीं
मुझे पता नहीं
मुझे पता नहीं
ऐसा क्यों हूँ मैं ?
भीड़ में जीकर भी
उनसे अलग क्यों हूँ मैं ?
मुझे पता नहीं
ऐसा क्यों हूँ मैं ?
शरीर में ताकत न होते हुए भी
दिल मेरा मजबूत कैसे है ?
मुझे पता नहीं
ऐसा क्यों हूँ मैं ?
हारने के बाद भी
दुःख सिर्फ दो सेकंड के लिये रहता है ?
हाँ मुझे सच में पता नहीं
ऐसा क्यों हूँ मैं ?
लोगों के आग्रह करने पर भी
उनमें शामिल होने का
मेरा मन नहीं है ?
हाँ मुझे सच में नहीं पता
ऐसा क्यों हूँ मैं....?