STORYMIRROR

Puneet Sangwan

Drama Romance

3  

Puneet Sangwan

Drama Romance

मोहब्बत

मोहब्बत

1 min
171

मोहब्बत करना नहीं है इतना आसान

मोहब्बत करना नहीं है इतना आसान

कोई कहता मोहब्बत है हमको पर फिर भी क्यों परेशान   

छू लूँ उस इश्क़ का हर एक पल 

यह ख्वाहिश करते हैं इश्क़ का प्याला थामे हुए  

छू लूँ उस इश्क़ का हर एक पल 

यह ख्वाहिश करते हैं इश्क़ का प्याला थामे हुए  

पर उनको क्या पता मोहब्बत चीज़ क्या जो बे खुदी कर दे 

कभी मालूम नहीं था कि इश्क़ क्या जुनून है  

कभी मालूम नहीं था कि इश्क़ क्या जुनून है 

ऐसी उल्फत में डूबे कि भूल गए 

मोहब्बत करना नहीं है इतना आसान


Rate this content
Log in

More hindi poem from Puneet Sangwan

Similar hindi poem from Drama