मोहब्बत जान ले लेगी
मोहब्बत जान ले लेगी
मोहब्बत जान ले लेगी
मोहब्बत मार डालेगी
जो तुम जीते हो मुश्किल से
वो सब कुछ हार डालेगी
तुम्हारे दोस्त सारे ही
बिछड़ जाएंगे पल भर में
अकेले पाओगे ख़ुद को
तुम अपने आप के घर में
किसी रस्ते चलोगे जब
चलोगे फिर रुकोगे तब
यूँही चलते हुए रुकते हुए
ज़हन में एक ही चेहरा रहेगा।
वो चेहरा जिस को तुमने मान समझा
वो चेहरा जिस को तुमने जान समझा
वही चेहरा कि जिस के वास्ते तुम
ख़ुद अपने आपकी पहचान भुला बैठे
उसी चेहरे को तुम अपना
उसी चेहरे को हर सपना
समझ बैठे थे तुम साहिर
मगर एक दिन वही चेहरा
तुम्हीं से अजनबी हो जाएगा।
मगर एक दिन वही सपना
ज़मीं पर बिखर जाएगा
वो सपना टूट जाएगा
तो फिर तकलीफ़ भी होगी
तो फिर तुम
खुदखुशी करने की सोचोगे
तभी तो कह रहा हूँ तुम से मैं
मोहब्बत जान ले लेगी
मोहब्बत मार डालेगी।