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Sujata Kale

Abstract

2.5  

Sujata Kale

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ममता का आकाश

ममता का आकाश

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ममता का आकाश है माँ,

प्रेम का सागर है माँ,

जीवन जीना सिखालाने वाली

बच्चों का जीवन है माँ.... !


ऊँगलियों को थामती है

चलना रुकना सिखाती है,

मौसम के मार से बचाने वाली

अंतिम क्षणों का साथ है माँ .....!


सैंकड़ों दुख पचाती है,

हर संकट को सहती है,

पल पल साथ चलने वाली

जगदंबा- दुर्गा है माँ ..... !


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