मजबूत हाथ
मजबूत हाथ
हमने देखें हैं हिमालय को
सिर ऊंचा कर खड़ेे रहना।
उस पर मजबूत हाथों से
सुंदर सड़कों को गढ़ना।
बंजर भूमि को
अपने रक्त से सींचना।
और उससे
लोगों का पेट भरना।
जब भी गंदगी फैलाई हमने
तो मुस्कुराकर किसी का
उसकी सफाई करना।
हम लड़ रहें थे जब मौत से
तो हमारी सेवा कर
हमें जीवन दान देना।
ऐसे मजबूत हाथों को
हम करते हैं प्रणाम।
जिन्होंने हमारे समाज और
जीवन को दिया है नई जान।
