महामना की बगिया
महामना की बगिया
महामना की बगिया को हम सब मिलकर महकाएँगे।
मालवीय भवन की शान में रौनक खूब हम लगाएँगे।।
महामना की बगिया में सुगंध चारों ओर है।
आज सारे विश्व में यह गूँज चारों ओर है।।
ऐसी पावन धरा की महत्ता चारों ओर है।
खामोश पुष्पों की खूबसूरती चारों ओर है।।
महामना की बगिया बहुत ही अद्भुत और निराली है।
सच में यह खूबसूरती अत्यंत खुशियाँ देने वाली है।।
इनकी सच्ची सेवा करने वाले बड़े सौभाग्यशाली हैं।
मदन मोहन मालवीय जी की छवि बड़ी किस्मत वाली है।।
महामना की बगिया ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
पंडित मदन मोहन मालवीय जी की याद हो आई है।।
अपने सत्कर्मों से ही उन्होंने महामना की उपाधि पाई है।
उनके सुविचारों ने वर्तमान में हम में भी ऊर्जा जगाई है।।
महामना की बगिया देखो आज खूब सज गई।
मधुर तान सुनाने वाली बाँसुरी जैसे बज गई।।