vartika agrawal

Inspirational

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vartika agrawal

Inspirational

प्रेरणा

प्रेरणा

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पढ़ लो मन से कुछ भी प्यारे, मंजिल मिल जाएगी ।

हुआ इरादा पक्का जब-जब,ध्वज को लहराएगी।।


सभी क्षेत्र ही मान भरे हैं ,श्रम से ही निखरे हैं ।

श्रम छूटा तो टूटे सपने ,सब कुछ ही बिखरे हैं।।


नहीं बाँटना विषयों से तुम ,सभी श्रेष्ठ होते हैं ।

लता साधिका गर स्वर की हैं, बच्चन में खोते हैं।।


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