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Arunima Bahadur

Inspirational

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Arunima Bahadur

Inspirational

गुलाब

गुलाब

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मैं गुलाब,

कांटो में खिल,

निखर गया हूँ मैं,

देने प्रेम बेहिसाब,


कुछ संवर गया हूँ मैं,

न देखना केवल मेरी सुंदरता,

संघर्ष पथ भी जरा देखना,

निखारा जिन कंटको ने मुझे,


जरा उनका भी अवलोकन करना,

फिर न डरना संघर्ष पथ से,

तुम भी जरा संवरना अब,

प्रेम फिर दिल मे सजेगा,

कुछ ऐसे महकना तुम।।


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