जमाना खराब है
जमाना खराब है
कि बिना मतलब से तो हम किसी से
हाथ मिलाना भी पसंद नही करते
और जिससे काम लेना हो उसकी
झूठी तरीफे करने से भी नही झिझकते
कि मन मे हमने भी झल, कपट, निन्दा
चुगली और पाप भरा है और हम
बुरा जमाने को बताऐ जा रहे है
कि मतलबी कहकर इस जमाने को
इंसान अपने मतलब निकाल रहा है
कि झूठा कहकर इस जमाने को
इंसान खूद भी झूठ बोले जा रहा है
कि अच्छाई का जमाना ना रहा
यह कहकर बुरा खुद भी किये जा रहा है
कि इस जमाने मे भरोसे काबिल नही कोई
यह कहकर भरोसा वह भी तोडे जा रहा है
कि जमाना कब खराब हुआ था
इसे हमने खराब किया है दोस्तो
आज समझ नही आ रहा है
हमने ऐसा जमाना कर दिया
या इस जमाने ने हमे ऐसा कर दिया
बीज बोया काटो का
तो फूल कहा से पाओगे
हमेसा जिसे सबसे यह जलन हो
कही वो मुझसे आगे बढ ना जाऐ
तो वो इंसान आगे कैसे बढ जाऐगा
हमने अगर झूठ बोला है तो हमारे
हिस्से मे भी झूठ को ही आना है
आज किसी से अगर हमने सच छुपाया
तो कल कोई हमसे भी सच छुपाऐगा
अगर दिल मे हमारे चोर है
तो किसी के दिल मे हमारे लिए
चोर आ ही जाऐगा दोस्तो
हम अपनी जूबा पर कूछ और
और दिल मे कुछ और रखते है
तो कोई हमारे लिए भी जूबा पर
कुछ और और दिल मे कुछ
दिल मे कुछ और रखता होगा
हमको भी वही सब मिलेगा
हम किसी साथ बुरा करेगे
तो बुरा हमारे साथ भी होगा
फिर भी लोग कह देते है जमाना खराब है
अगर आप ने सच्चे मन नि स्वार्थ भाव से कर्म किया
तो उसका फल आपको अवश्य मिलेगा
आज किसी की मदद करोगे तो
तो कल यह नही कह पाओगे
कि जब मुझे मदद की जरुरत पडी
तो कोई नही आया वह ख़ुद ही कोई
ना कोई अवश्य आपकी मदद के लिए भेजेगे
आज आप ने किसी की मिली चीज ना
रखी तो कल तुमहारी खोई चीज जरुर मिलेगी
कि जितना हँसोगे उतना ही रोओगे
यह बात बिलकूल गलत है
कि जितना तुमने दुसरो को खुश किया
दुसरो की खुशी मांगी होगी
उतना ज्यादा तुम खुश रहोगे
और जितना चाहते लोग दुखी रहे
या किसी की खुश ी से जलोगे
उतना ही अपनी जिन्दगी मे दुख पाओगे
किसी को हम बुरा भला नही कहेगे
जो हमे बुरा भला कहेगा
उसको ईश्वर देखे
हम किसी का बुरा नही करेगे
जो हमारा बुरा करे
उसको ईश्वर देखे
हम किसी को धोखा ना दे
हमारी वजह से किसी आँख आँसू ना आये
जो हमको धोखा दे गया आँखो मे आँसू दे गया
उसको ईश्वर देखे
कयोकि वे भी ईश्वर के ही बंदे है
क्या सजा देनी यह ईश्वर ही सोचे
हम बुरा भला बोलकर,बुरा करके
किसी को धोखा देकर वैसे क्यो बने
फिर उनको जो सजा मिलनी होगी
वो हमको भी तो मिलेगी दोस्तो
जो जैसा करेगा वैसा भरेगा दोस्तो
यही जिन्दगी का सच है
तो आज अपनी जिन्दगी का तरीका
बदले जैसा आप लोगो से चाहते हो
अगर प्यार चाहते हो तो
प्यार करना भी सीखे
अगर भरोसा चाहते हो तो
ख़ुद भरोसा तोडना नही किसी का
अगर चाहते हो कि लोग मेरी मदद करे
तो मदद करनी की आदत आपको डालनी पडेगी
अगर चाहते तो कोई बुरा भला ना बोले मुझे
तो सबका सम्मान तुमहे करना होगा
कि हम जमाने से बंधे हुए नही हैं
हमसे जमाना है
और बुरा जमाना नही है बुरे तो हम हैं
जिसने जमाने को बुरा बना दिया है
अगर अच्छे हम बन गये
तो यह जमाना भी अच्छा हो जाऐगा...