क्योंकि माँ अपना अस्तित्व खोकर भी सदा मुस्कुराये ! क्योंकि माँ अपना अस्तित्व खोकर भी सदा मुस्कुराये !
प्रेम फिर दिल मे सजेगा, कुछ ऐसे महकना तुम।। प्रेम फिर दिल मे सजेगा, कुछ ऐसे महकना तुम।।
मन में विश्वास अपना बने नए भारत का अवलोकन करें। मन में विश्वास अपना बने नए भारत का अवलोकन करें।
वैकल्पिक सार्थक पर्याप्त जीवन में दोष रखना। वैकल्पिक सार्थक पर्याप्त जीवन में दोष रखना।
बहुत कुछ है आखेटक जिंदगी में, जमीं आसमाँ लोग सितारे सभी कुछ, बहुत कुछ है आखेटक जिंदगी में, जमीं आसमाँ लोग सितारे सभी कुछ,
खोज, आविष्कार और निर्माण का उद्धभाव है विज्ञान। खोज, आविष्कार और निर्माण का उद्धभाव है विज्ञान।