तब आई अक्ल ठिकाने मेरी, विद्वान तो बनी, पर इंसान न बन पाई ! तब आई अक्ल ठिकाने मेरी, विद्वान तो बनी, पर इंसान न बन पाई !
राजा राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम की उपाधि दी, यहीं सबको बता जाता हूँ। राजा राम को मर्यादा पुरुषोत्तम राम की उपाधि दी, यहीं सबको बता जाता हूँ।
तब छत्रपति की उपाधि पा धार्मिक सहिष्णुता भी पाई, तब छत्रपति की उपाधि पा धार्मिक सहिष्णुता भी पाई,
कोई कहता दीदी तो कोई ताई स्वर ऐसी जिन्होंने पाई। कोई कहता दीदी तो कोई ताई स्वर ऐसी जिन्होंने पाई।