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Chinmaya Kumar Sahoo

Abstract Comedy

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Chinmaya Kumar Sahoo

Abstract Comedy

मेरी बहन

मेरी बहन

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BBC, TOI सबका कहना है

एक करोड़ों में मेरी बहन है..

दिन रात मुझे तंग करती है

हमेशा मुझ पर चिलाती है..


एक बात बोलो, पांच सुनाती है

और मुसीबत के टाइम दूर भागती है..

हर बात पे मजाक उड़ाती है

कभी सीरियस नहीं, ताना मारती है..


पक गया झेल झेल के उसे

पर क्या करूँ ? बड़ी बहन है वैसे..

हर बात पे गुस्सा दिलाती है

दिल तोड़ के मुझे रुलाती है..


कभी तो बात समझा कर बहना

तेरी पागलपंती और कब तक है सहना..

मानता हूं बुरा हूँ, पर भाई हूँ तेरी

कभी तो बातें कर प्यारी प्यारी..


हँसता हूँ ऊपर Sके, पर अंदर हुन टूटी

कभी तो समझ तेरी भाई को ए मोटी..

अछा लगता है तेरे साथ झगड़ना

चाहे तू माने इसे मेरी बिगड़ना..


नाराज हो कर जब तू मुँह बनाती है

चेहरे पे मेरा एक मुस्कान खिल जाता है..

सोचता हूँ हर बार और नहीं लड़ूंगा

पर दिल कहता है, बहन है मेरा, क्यों छोडूंगा ?..


हमेशा हस्ते खिलते रहना मेरी बहना

भाई की तारीफ बीच बीच में करते रहना..

सबकुछ अकेले मत खा जाना

मेरा हिस्सा मुझे भेजता रहना..


तू बोली मुझे और में लिख दिया यह गाना

बचके रहियो मेरे से में हूँ बड़ा कमीना..


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