ऐसा क्यों होता है
ऐसा क्यों होता है
सहारा लेने वाली चिड़िया घोसला तोडके उड़ जाता हैं
तो कभी बर्फ का पहाड़ भी पल भर में पिघल जाता हैं
ऐसा क्यों होता हैं ?
कभी भीड़ मे अंजान अपना लगने लगता है
तो कभी अपने पास हो कर भी बेगाने बन जाते हैं
ऐसा क्यों होता हैं ?
किनारे मे बने रेत का घर को समंदर डूबा देता है
पर नजाने कितने दूर से सीपियों के गर्भ से मोती लौटा देता है
ऐसा क्यों होता है ?
कभी भीड़ में तन्हाई छा जाता है
कभी अपने बड़े दूर हो कर भी याद आ जाते हैं
ऐसा क्यों होता है ?
नफरत करता हुआ इंसान को मन प्यार कर बैठता है
तो कभी प्यार करता हुआ इंसान को दिल से दूर कर देता है
ऐसा क्यों होता है ?
जिस यादें को भुलाना चाहे, वो रोज तकिये के नीचे से दस्तक देती है
टूट जाएगा यह जान कर भी रेत का घर क्यों बनाता है
ऐसा क्यों होता है ?
वादा किया हुआ साथी पल में मुह फेर के चला जाता है
पर एक अंजान यात्री रास्ते मे मिलके अंतिम तक साथ देता है
ऐसा क्यों होता है ?
बिना गुनाह किये गुनहगार बन ने के लिए हालात मज़बूर कर देता है
कभी सब कुछ समझ कर भी नासमझ बनना पड जाता है
ऐसा क्यों होता है ?
डूबती हुई सूरज के साथ दूर गगनसे पंछी अपने घर लौट आते हैं
गुस्सा या नफरत होते हुए भी अपना थोड़ी पराये बनते हैं!
ऐसा क्यों होता है ?
आंधी तूफान मैं भी एक कागज की कश्ती खिल खिलाके तैरती है
पर बिजली जैसा सख्त पानी का जहाज छोटी सी तूफान में डूब जाता है
ऐसा क्यों होता है ?