मेरी आदतें
मेरी आदतें


बिना सोचे ही उसकी हाँ में हाँ किया करती थी,
हाँ ! में उससे बहुत प्यार करती थी
उसकी प्यारी बातों की दीवानी थी,
इस लिए झूठे वादे पर भी भरोसा करती थी
आज भी उस "पल" को याद करके रोती हूँ ,
जब सारा दिन उसके साथ बिताया करती थी
वजूद ही ना रहा अब मेरा उसकी जिंदगी में,
कभी में ही उसकी जिंदगी हुआ करती थी..