मेरे सपनों की रानी
मेरे सपनों की रानी
ढूँढ़ा तुझे चारों दिशा
माँगा तुझे हर दफ़ा....
मिला नहीं तेरा निशा...तेरा निशा
ख्याब़ों में रहती है...बाँहों में तू सजती है
पर रूबरू नहीं रहती है...रहती है....
इक वारी-इक वारी आ जाना साथियाँ..
दिल लगाना-दिल चुराना ये बहाना नहीं अच्छा साथियाँ...
इक वारी-इक वारी आ जाना साथियाँ..
दिल लगाना-दिल चुराना ये बहाना नहीं अच्छा साथियाँ...
मेरे दिल के जज्बातों को न कुदेरो...
मैं रो दूँ ऐसा हश्र न करो...
इस अंतरा के शुरू होने के पहले तू चली आ...
चली आ.....
मेरी रूह महकाने कब आएगी तू
प्रेम अमृत बरसाने कब आएगी तू....
मुझको गले लगाने कब आएगी तू
चली आ तू....चली आ....
तेरा ही रस्ता देख रहा हूँ मैं तो कई बरसों से....
अब तो दिखा दो दर्श... सनम जी
बुझ न जाए दिये मेरे जीवन के...
ईश्क मेरा क्यों तुझे दिखता ही नहीं...
है कौन इक तेरे सिवा...पर भी नहीं......
मेरा घर सजाने कब आएगी तू
खाना अपने हाथों से खिलाने कब आएगी तू
मेरी जिंदगानी बन जाने कब आएगी तू
चली आ तू चली आ...
हर इक चेहरे पे तेरी
तस्वीर ढूँढ़ा करता हूँ...
हर पल हर क्षण नित नये-नये
तेरी कल्पनाएँ ढूँढ़ा करता हूँ....
इकतरफ़ा ईश्क में, मैं बदनाम न जाऊँ....
क्या होगा मेरा...मैं कुवाँरा न मर जाऊँ...
ओह मेरे दिल के चैंन....
चैंन आएँ मेरे दिल को ऐसी दवा किजिए...
जो मिटा दे मेरे तन्ह़ापन को ऐसी दवा किजिए...
आए ऋत मस्तानी कब आएगी तू...
बीत जाए ना ये जवानी कब आएगी तू....
चली आ तू.....चली आ...
धुन- मेरे सपनों की रानी..
फिल्म-आराधना