STORYMIRROR

Go-Go Gourav

Others

3  

Go-Go Gourav

Others

ओ पंछी रे...

ओ पंछी रे...

1 min
172

ओ पंछी रे....

मार खंजर सीने में उड़ गयो रे....


नैना बरसे सावन-भादो...

जियरा तरसे रे...हाय रे...

मैं दीवानी...कर गयी नादानी

दिल के हाथों मजबूर हो के...

ओ पंछी रे........3


काहे को लगायी लगन रे...

छूटा घर-आंगन रे....


बातें तेरी....जैसे मुरली-मनोहर की

मुरलियां...... मुरलियां....

बन बैठी जोगन...प्रीत लगा के सांवरिया.... सांवरिया

न आया न कोई संदेशा न कोई खत़ रे.....

बिरहा की मारी मैं बंजारन प्यासी

जां दे-दूंगी....सर पटक-पटक के...


ओ पंछी रे....

मार खंजर सीने में उड़ गयो रे....



Rate this content
Log in