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Veena rani Sayal

Inspirational

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Veena rani Sayal

Inspirational

मेरे मनवा

मेरे मनवा

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ढलता सूरज घना अंधेरा 

देख न हो बेजार

नई सुबह की किरणों से

जीवन होगा गुलजार


शाख से छूटे फूल और पत्ते

देख न हो बेजार

खिलती कलियां महकेंगी

उपवन होगा आबाद


अपने रूठे अपने छूटे

देख न हो बेजार

मन में तो वो बसे हुए हैं

जब तक है यह सांस


कल आज और कल से

देख न हो बेजार

समय की चाल से चल ले

जीवन होगा खुशहाल


पिंजरे का पंछी न छोड़े

पिंजरे का कभी साथ

जान के दुश्मन जब दिख जाएं

पिंजरा बने आवास


न कर शिकवा गिला वक्त से

वक्त है मेहरबान

बीते दिन फिर आ जायेंगे

कर ले यह विश्वास।


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