मेरा निचय मेरी सफलता
मेरा निचय मेरी सफलता
यहां जिंदगी में अय्याशी गुजरता जा रहा था
वहं मेरा B-PHARMA का कोर्स खत्म होने जा रहा था
दिल मे B-PHARMA के बाद क्या खयाल आ रहा था
लेकिन नौकरी के नाम पर मैं MR नहीं करना चाह रहा था
एक टाइम वो आया कि घर वालो ने जो करना वो कर
कहकर आवारा भी दुनिया की बताया
फिर मैं घर से बिना बताए निकल आया
किस्मत ने कुछ दिनों भूखे पेट भी सुलाया
पर अब तो तय था कि भाग कर आये ऐसे न जायेगे
इन दुनिया वालो को कुछ करके दिखाएंगे
