मेरा इरादा मेरी मंजिल
मेरा इरादा मेरी मंजिल
इरादा है यह मैंने ठाना
उलझी को सुलझाना
बिगड़ी को बनाना
बिखरी को सँवारना
अपने मनोबल को सशक्त कर
कठिनाई से ना मुंह मोड़ कर
आत्मविश्वासी बनकर
कष्टों को मिटाना है
साहस हिम्मत के संग
निर्भय होकर संयम व धैर्य से
मुझे बढ़ना है जिंदगी में
होसलों को बुलंद कर
इरादो की उड़ान पर
संयमित हो धरा से विवेक से
उड़ना है बढ़ना है मंजिल की ओर
और पाना है मंजिल को ।
