Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Sudhir Srivastava

Tragedy

4  

Sudhir Srivastava

Tragedy

मददगार

मददगार

1 min
184



वर्तमान में

समय और माहौल विपरीत है,

हर ओर एक अजीब सा

खौफ फैला है,

खामोशी है,सन्नाटा है

कब क्या होगा?

किसके साथ होगा?

प्रश्नचिंह लगाता है,

आज तो औरों से अधिक

खुद से घबराता है।

बस अब हम सबको

सचेत होने की जरूरत है,

हर किसी के डर को 

भगाने के लिए

एक दूसरे के मदद की जरूरत है।

सकारात्मक रहिए

सकारात्मक्ता का संदेश फैलाइये,

अपनी मदद आप भले ही कर लें

औरों के मददगार बनिए।

आज हर किसी को हर किसी के

मदद की जरूरत है,

आज के माहौल में सबको

सबके संबल की जरूरत है।

काले बादल छँटेंगे

उम्मीदों का उजाला फैलेगा

खोयी खुशियां वापस होंगी,

फिर से पहले जैसी

चहल पहल चहुँओर होगी।

बस ! थोड़े धैर्य की जरूरत है,

मानवीय गुणों को जीवन में

उतारने की जरुरत है।

हर कोई आगे बढ़े

एक दूसरे की मदद के लिए

कमर कस ले।

सबके दु:ख कम हो जायेंगे,

जब हर तरफ मददगार ही

मददगार नजर आयेंगे।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy