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Ranjana Kashyap

Romance

2.5  

Ranjana Kashyap

Romance

मैंने लिखा था

मैंने लिखा था

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नीरस गर्मी दोपहर और

मेरे जलते हुए दिल

मेरे रोते हुए दिल के नक्शे पर

तुमसे कितना प्यार है

पता लगाना आसान नहीं,

नहीं जान पाओगे

मैंने नापने की कोशिश की है पर

मेरी उंगलियाँ आपको वापस

खींचने के लिए पर्याप्त नहीं।

हमारे बीच की खाई को

दूर करने की कामना,

अपने अंतिम पत्र में मैंने

निवेदन किया,

मैंने लिखा था!


अभी भी पढ़ रहे हो मेरे प्रेम

पत्रों के संग्रह में से

मैंने लिखा था!

वह पत्र,

आपको वापिस आने के लिए,

मैंने बहुत कोशिश सब ठीक

करने के लिए।


जानते हैं, अब हमारे पास

क्या है?

हम अभी भी हर जगह से जुड़े हुए हैं

आपके विचारों में नहीं हो सकता है

लेकिन आपका दिल अभी भी मेरा है,

आपकी आत्मा मेरी है

क्यों सोचते हो कि हम वापस नहीं

आ सकते हैं,

और बहुत देर हो चुकी है,

मैंने लिखा था!

अपने दिल से पूछो !


मेरी बातों पर विश्वास करो वे मेरी

आत्मा कह रही है!

हमारे प्यार की तस्वीर भेजना जब

हम प्यार में मानसून के आसमान

के नीचे डूबे इस दुनिया को भूल रहे थे

मैं हमेशा तुम्हारे लिए,

हमेशा के लिए यहाँ हूँ,

मुझे प्यार करो!

मैंने लिखा था!

ढोंग नहीं, शब्द दिल से आ रहे हैं।


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