चलो मिलते हैं
चलो मिलते हैं
चलो उस जगह पर मिलते हैं
जहां मैं तुम्हें ले जाना चाहता थी
मैं अपने कूची को रंगों में डुबाऊंगी
तुम सराहना करेंगे !
चलो अचानक मिलते हैं
धूप बारिश और बादलों की तरह
आसमान में इंद्रधनुष की तरह
मैं इंद्रधनुष से तुम्हारे सुंदर
रंगों को चुरा ले जाऊंगी
तुम अपने रंगों को बहने देना !
चलो मिलते हैं
जहां हम अहंकार और
स्वाभिमान को एक तरफ रखेंगे
हम प्यारी मुस्कान के साथ प्रशंसा करें !
तुम होंगे, मैं रहूंगी
मुझे वह जगह मिल गई
अगर तुम आना चाहो
तो मैं इंतज़ार करूँगी !