मैं .....
मैं .....
भाइयों की शान हूं
मां बाप की जान हूं
छोटा सा कष्ट न सहती
मैं इतनी पहलवान हूं।
दुनिया से अंजान हूं
सब कहते बहुत नादान हूं
समय चाहे जो चल रहा हो
मैं सबसे महान हूं।
एक सच्ची इंसान हूं
सहिष्णुता की खान हूं
जो खुदा इस दुनिया को चलाए
उस खुदा का वरदान हूं।
खुशियों का पैगाम हूं
प्यार का अंबार हूं
रिश्ते जो अमन फैलाएं
उन रिश्तों में धनवान हूं।
गुरुओं का अभिमान हूं
पवित्रता का प्रमाण हूं
किसी को भी जो गौरवान्वित करे
वैसा मैं सम्मान हूं।
नारी की पहचान हूं
नहीं मैं किसी पर एहसान हूं
जो किसी कीमत पर न टूटे
ऐसा मैं चट्टान हूं।
राष्ट्र का सम्मान हूं
देवियों के समान हूं
इस दुनिया के चमत्कारों को देख
अब तक हैरान हूं।
पंछी की उड़ान हूं
पुष्पों की मुस्कान हूं
जो हर मुश्किलों को उड़ा दे
वैसा मैं तूफ़ान हूं।
सब कहते बहुत नादान हूं
मुझे लगता मैं अंजान हूं
चाहे सत्य जो भी हो
पर मैं एक मधुर तान हूं।
एक खुला आसमान हूं।