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मैं, वो हूँ जो

मैं, वो हूँ जो

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मैं, वो नहीं हूँ, जो कहूँ

के तुम्हारे लिए चाँद-तारे

तोड़ लाऊँगा

मैं, वो नहीं हूँ, जो कहूँ के

सारी दुनिया को तुम्हारे

कदमों में बिछाऊँगा,

मैं, वो साधारण

व्यक्ति हूँ, जो कहता

हूँ कि तुम्हारे जीवन

में, मैं, हर सम्भव

ख़ुशियाँ लाऊँगा,


मैं, वो नहीं जो

बड़े-बड़े इरादे करूँ

मैं, वो नहीं जो, बड़ी

बड़ी कसमें खाऊँ

और वादे करूँ

मैं वो साधारण व्यक्ति

हूँ, जो कहता हूँ कि

अपने पूरे प्रयास से

तुम्हारा हर पल साथ

निभाऊँगा


मैं, वो नहीं जो कहूँ के

तुम्हारे लिए किस्मत से

लड़ जाऊँगा,

मैं, वो नहीं जो कहूँ के

तुम न मिली तो मैं, मर

जाऊँगा,

मैं वो साधारण व्यक्ति

हूँ, जो कहता हूँ कि

मैं, तुम्हें जीवन भर प्रेम

करूँगा और तुम्हें अपनी

जान बनाऊँगा।



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