मैं रहूं न रहूं...!!
मैं रहूं न रहूं...!!
मैं रहूं न रहूं
मेरी यादें रह जाएंगी
दिल में बेइंतः दर्द आंखों में चाहत रह जाएंगी।
मुद्दतें बीत जायेंगे
मेरी कमी पूरी करते करते
यादों में तेरे बस मेरे अहसास रह जायेंगे।।
दिल में नफरत
आंखें भी चुराने लगे थे मुझसे
अब के गई तो पथराई आंखें रह जाएंगी।
मेरी यादों को
पास सदा अपने रखना
जब दर्द दिल में उठे तो राहत दे जाएंगे।।
मैं आज थी
तो कोई वास्ता न था मुझसे
कल जब बिखर जाऊं तो ढूंढते मुझे रह जायेंगे।
आंखों में नींद न थी
पर पास तेरे थी मैं
अब जो सोई तो जगाने में ताउम्र गुजर जायेंगे।।
ये हकीकत है
जो मालूम थी मुझको
आज नही तो कल हम जिंदगी से गुजर जायेंगे।
मैं रहूं न रहूं
मेरी यादें रह जाएंगी
सोचोगे मुझे तो बस बेहिसाब आंसू रह जायेंगे।।