STORYMIRROR

Surya Rao Bomidi

Abstract

4  

Surya Rao Bomidi

Abstract

करोना

करोना

1 min
185

संभल कर चल ए दोस्त

चारों तरफ़ खतरे का बाजार है


मत डर इस महामारी से 

अपने ही हाथ हर हथियार है


मास्क के साथ भौतिक दूरी रख

अन्यथा घर से निकलना दुश्वार है


तू गुजरा तो एक आंकड़ा मात्र है

पर अपनों के लिए तू ही तो संसार है।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract