मैं आधुनिक युग की नारी हूँ..!
मैं आधुनिक युग की नारी हूँ..!
किसने कहा हूँ मैं लाचार
किसने कहा हूँ मैं बेचारी..!
ना लाचार ना हूँ मैं बेचारी
क्यूँकि..
मैं आधुनिक युग की नारी..!
सहस्र हस्त रखती हूँ मै
ना केवल घर अपितु ऑफिस संभालने की भी
बखूबी उठाती हूँ मैं जिम्मेदारी
हाँ मैं हूँ आधुनिक युग की नारी...!
मकान को घर बनाती हूँ
स्नेह.. /ममता.. / कर्तव्य
और जिम्मेदारी से सिंचती हूँ
घर 'की एक एक क्यारी
बच्चों की ट्यूटर से लेकर
तुम्हारे प्रत्येक काम में करती साझेदारी
हाँ मैं हूँ आधुनिक युग की नारी..!
कभी माँ की लाडली बहू तो कभी
बीमार पिता की डॉक्टर और सेविका भी हूँ
तुम्हारे सुख की ही नहीं
दुःखों में भी करती हूँ साझेदारी
कभी हूँ गृह स्वामिनी तो
कभी मेड भी बन ू हूँ,
ना केवल साड़ी अपितु जींस भी धारड करती हूँ
कार्यस्थल पर थोड़ी सख़्त भी हूँ
आधुनिक उपकरणों की रखती जानकारी हूँ
हाँ.. मैं आधुनिक युग की नारी हूँ..!
कार्य में रखती संतुलन और सामंजस्य हूँ
नहीं मैं कोई अवतार हूँ
थोड़ी संस्कारी थोड़ी बिगडैल भी हूँ
अतिथि से लेकर बाहर की भागदौड़ तक
एक पाँव घर में दूजे कार्यालय में रखे हूँ
हाँ.. मैं आधुनिक युग की नारी हूँ..!