Gajanan Pandey

Inspirational

4.2  

Gajanan Pandey

Inspirational

मानवता

मानवता

1 min
346


पहले सोचो, फिर बात करो

अनर्गल न प्रलाप करो

मौन की शक्ति को जानो

आत्म- तत्व को पहचानो।


ये जीवन है अनमोल

इसे न यूं व्यर्थ गंवाओ।

त्याग- सेवा में मानवता है

ये सीखो और सिखलाओ सबको


न कोई ऐसा काम करो

ईश्वर को न यूं बदनाम करो।

त्याग- सेवा में मानवता है

ये सीखो और सिखलाओ सबको।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational