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Richa Pitliya

Abstract

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Richa Pitliya

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माँ

माँ

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मैं माँ को प्यार करती हूँ

इसलिए नहीं

कि जनम दिया है उसने मुझे


मैं माँ को प्यार करती हूँ

इसलिए नहीं

कि पाला पोसा है उसने मुझे


मैं माँ को प्यार करती हूँ

इसलिए क्यूँकि

उनसे दिल की बात करने के लिए

मुझे शब्दों की ज़रूरत नही

क्यूँकि वही दुनिया में मुझसे

सबसे ज़्यादा प्यार करती है।


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