माँ
माँ
माँ वो होती है, जिसके गोद में सर रख कर
आप सुकून की झपकियाँ लेते हो,
माँ वो होती है जो सालों, महीनों दरवाज़े पे
आँख टिकाये आपके आहट का इंतज़ार करती है।
माँ वो होती है जिससे आप बेवजह नाराज़ हो जाते हो,
कभी-कभी तो बेवजह फटकार भी सुना देते हो,
और फिर, पूरे हक़ के साथ माँ के मनाने का
इंतज़ार करते हो, ऐसी ही है ना ?
माँ तो उस एक तरफ़ा प्यार का नाम है,
जो हर पल साये की तरह हमारे साथ रहता है,
और हम बेफिक्र होकर अपनी नयी से नयी उड़ान भरते हैं,
क्यूंकि जानते है ना, साथ में माँ है।