माँ
माँ
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जीवन का आधार है,
निःस्वार्थ प्रेम और
करुणा की
सबसे पावन मूर्त,
हर दिल की जान है वह।
बिन कहे ही सुख - दुःख
समझ वह जाती,
उसका ममतामयी स्पर्श ही
हर ग़म का इलाज है।
हाँ,
ईश्वर भी करते उसे नमन
क्योंकि
सच है बस इतना ही कि
माँ है वह।