माँ तेरे दुलारे
माँ तेरे दुलारे
आँचल बनाकर आँसमा का ,
पोछेंगे हम चरण तुम्हारे
पावन हमे इस देश की मिट्टी
कितनी खट्टी कितनी मीठी ! !
कण कण इसके कितने प्यारे
हम तो है माँ तेरे दुलारे..१
इन्द्रधनुष के रंग सुनहरे
तुम्हें देखकर खिलते सारे
दुनिया जिस पे नाज़ करें वह
कश्मीर सर पे ताज तुम्हारे ..२
हिमालय खड़ा है शान सवारे
नदीयाँ बहती राग पुकारे
धुन देकर झरने प्यारे
पंछी गाते गीत तुम्हारे ..३
भाषाओं की रंगत भारी
धर्म सजाये है फुलवारी
अहिंसा शांति रगरग में बोले
श्वास बने है बुद्ध हमारे ..४
