भारत जैसा देश कहाँ... ?
भारत जैसा देश कहाँ... ?
कण कण में है प्रीत यहाँ, अहिंसा की है जीत जहाँ
धर्म जाती पंथ निराले, मानवता की रीत यहाँ
अंबर इतने तूफान है झेले, पर्वत जैसे संकट है पेले
अजिंक्य मिट्टी की ईंट यहाँ, बल की पुजा नीत यहाँ
देशभक्ति की सुगंध रुई, हर मुस्कान में है गुलाब जुही
प्रेम की बहती शीतल गंगा, जलधि जैसे हृदय यहाँ
ईद दशहरा त्यौहार दीवाली, बारह महीने रहे हरियाली
गीत सुहाने धूम मचाये, कोयल से है कंठ यहाँ
संस्कृति की बात न पुछो, राम का भाई अरबाज मियाँ
सांझ सवेरा प्यार ही बरसे, ढूंढो ऐसा ऐैक्य कहाँ?
तिरंगे की शान निराली, रंग है इसके अमृत की प्याली
अभेद्य सीना हिमालय पुछे, भारत जैसा देश कहाँ ?
भारतवर्ष के सभी भाई बहनों को स्वतंत्रता दिन की हार्दिक शुभकामनाएं।
जय हिंद, वंदे मातरम
