माँ, तेरे आशिर्वाद से
माँ, तेरे आशिर्वाद से
माँ के लिए दुनिया में
पर्याप्त शब्द नही है कहीं।
माँ के उपर क्या लिखू?
माँ के उपर लिख सकूँ इतना
मेरा व्यक्तित्व महान नही।।१।।
जीवन यह खेत है तो
माँ यानी कुएँ का सहारा।
माँ यानी क्या नही है?
जीवन यह नैया है तो
माँ यानी नदी का किनारा।।२।।
माँ यानी भजनो में
गुणगुणाती ऐसी संतवाणी।
माँ के बारे में और क्या बताऊँ?
माँ यानी रेगिस्तान में
पिवो ऐसा ठंडा ठंडा पाणी।।३।।
माँ तू धूप में छाँव है
माँ तू बरसात में छाता
माँ तू मेरे लिए क्या नही है?
माँ तू थंडी में शाल है।
माँ, तेरे आशीर्वाद से
मेरा जीवन खुशहाल है।।४।।
