माँ क्या है?
माँ क्या है?
माँ क्या है??
माँ ब्रम्ह है, माँ ब्रम्हांड भी,
माँ सौम्य है, माँ प्रचंड भी,
माँ भक्ति है, माँ शक्ति है,
माँ नम्रता है, माँ घमंड भी।
माँ स्वास है, माँ प्राण भी,
माँ आस है, माँ निर्वाण भी,
माँ आयु है, माँ वायु है,
माँ परिमित है, माँ अपरिमाण भी।
माँ योग है, माँ जोग भी,
माँ नियति है, माँ संयोग भी,
माँ अक्षर है, माँ स्वर है,
माँ मंदिर है, माँ भगवान भी।
माँ प्यार है, माँ व्यवहार भी,
माँ रीत है, माँ त्योहार भी,
माँ गीत है, माँ गीता है,
माँ उपनिषद है, माँ उपसंहार भी।
माँ यज्ञ है, माँ हवन भी,
माँ वेद है, माँ ज्ञान भी,
माँ श्लोक है, माँ तीनो लोक है,
माँ सत्य है, माँ शिवन भी।