माँ की मोहब्बत
माँ की मोहब्बत
अपनी कोख में अंश के आते ही जब वो,
खुद को हवा में उड़ता महसूस करती है।
वंश को आगे बढ़ाने के लिए हर पल,
दर्द में भी सुख का अनुभव करती है।
अपनीं नींद भूख प्यास त्याग सदैव वह,
स्व अंश की चिंता करनें में मग्न रहती है।
बच्चों द्वारा किये गये कार्यो से खुश हो ,
प्रोत्साहन स्वरूप खूब प्रशंसा करती है।
अनंत सुख उनकी उन्नति में ही पा कर,
जीवन में खुद के लिये कांटे चुन लेती है।
सच कहूं यह #माँ_की_मोहब्बत ही होती है,
जो विपरीत परिस्थितियों में भी जीना सिखाती है।
इसलिए मान लो "इरा" की यह सीख भली।
न करना माँ के सम्मान में कभी कोई कमी।