माँ के हाथ
माँ के हाथ
पाया है प्यार जिससे, वही है माँ तेरे हाथ
ली थी जब साँस पहली,
माँ के हाथों ने ही मुझे थामा
कदम उठाया पहला,
तब माँँ के हाथों ने ही चलना सिखाया
जब कभी भी गिरेेंगे आँसू मेरी आँँखो से
तेरे हाथ ही मुझे पकड़ लेंगे
जब लगेगी कोई चोट मुझे
तेरे हाथों से ही होगा ठीक मुझे,
पाया है प्यार जिससे, वही है माँँ तेरे हाथ।