मां का आशीष
मां का आशीष
श्री चरणों में शीश झुके और,
शुभ-आशीष मिले तुम्हारा।
नित्य वंदना करें मात की,
यह सौभाग्य रहे हमारा।।
हो जाए मां भूल-चूक कोई ,
दया का हमको दान मिले।
मानवता का मान रखें हम
मां से ऐसा वरदान मिले।।
हो जाएं अगर गलती कोई,
तो मां मांफ सभी को करती है।
भूखे प्यासे हर प्राणी का,
मां पेट सदा ही भरती है।
