लॉक डाउन के दिन
लॉक डाउन के दिन
न जाने इंटरनेट स्लो था या मैं,
जो अनमना सा, खुली आँखों से सो गया,
फुर्सत के पल के लिए तरसा करते जिस जहाँ में,
लॉक डाउन में वहाँ, पूरा दिन खो गया।
न जाने इंटरनेट स्लो था या मैं,
जो अनमना सा, खुली आँखों से सो गया,
फुर्सत के पल के लिए तरसा करते जिस जहाँ में,
लॉक डाउन में वहाँ, पूरा दिन खो गया।