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Vinita Rahurikar

Inspirational

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Vinita Rahurikar

Inspirational

लक्ष्य

लक्ष्य

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अर्जुन को

दिखाई देती है

बस आँख मछली की,


और कुछ दिखाई नहीं देता

वैसे ही मैं

कलम के तीर से

लक्ष्य साधती हूँ,


बस अक्षरों पर

अक्षरों के अतिरिक्त

और कुछ भी दिखाई नहीं देता,


अर्जुन का लक्ष्य था

द्रौपदी को हासिल करना

मेरा लक्ष्य है

एक कालजयी रचना

इस संसार को दे जाना,


चलाती रहूँगी

कलम से अक्षरों के तीर मैं

जब तक हासिल न कर लूँ

अपना लक्ष्य.....।


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