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4 YEAR LOST

Romance

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4 YEAR LOST

Romance

लाज़मी

लाज़मी

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के ये दुख होना भी लाजमी है 

तकलीफ हर एक के नसीब में नहीं होती 

मोहब्बत तुम्हीं से है तो बस तुम्हें सोच कर आँसू आ जाते हैं 

ये आँखे हर किसी के लिए नहीं रोती।


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