क्यों है वो इतना अंजना
क्यों है वो इतना अंजना
क्यों है वो इतना अंजाना
जो था जाना-पहचाना,
ये साजिश वक़्त की है
या फिर अपना कारनामा,
क्यों है वो इतना अंजाना
जो था जाना-पहचाना...
क्यों है वो इतना अंजाना
जो था जाना-पहचाना,
ये साजिश वक़्त की है
या फिर अपना कारनामा,
क्यों है वो इतना अंजाना
जो था जाना-पहचाना...