इस जीवन को जब तक था जिया, लोगों से प्यार बढ़ाया था जब मेरी साँसेंं भी थम सी गयी, क़ब्र पर सबने पहुँचा... इस जीवन को जब तक था जिया, लोगों से प्यार बढ़ाया था जब मेरी साँसेंं भी थम सी गयी,...
मन की एक सुलझन फिर थी मन की एक सुलझन फिर थी
तेरा रहस्य मैं जान ही लूँगा तेरा रहस्य मैं जान ही लूँगा
प्यार कोई खेल नहीं अब तेरे बिन जी लगता नहीं। प्यार कोई खेल नहीं अब तेरे बिन जी लगता नहीं।
कोई क्यूॅं इतना अंजाना है... या यह वक्त साजिश, कारनामा है...? कोई बतलाएगा...? कोई क्यूॅं इतना अंजाना है... या यह वक्त साजिश, कारनामा है...? कोई बतलाएगा...?
दूसरों से नफरत छोड़, मैंने शिव को अपना खुदा बनाया है। दूसरों से नफरत छोड़, मैंने शिव को अपना खुदा बनाया है।