क्या था
क्या था
जाने क्या क्या था
मेरे करीब से गुजरे हुये
उस एक पल में।
जाने क्या क्या ले गया
वो एक गुजरा हुआ पल।
अब उसे याद रखने की
जरूरत भी भला क्या है
जो गया वो गया
पर छोड़ गया,
वो एक गुजरा पल मेरे लिये।
एक जीवन,
एक सन्देश,
दिखा गया
एक रास्ता,
एक सपना सच सा।
लगता है दुनिया सिमटकर
मेरी जेब में आ गयी है
और जो नया कुछ जुड़ने वाला है
इस दुनिया में
जैसे कि प्रेम,
खुद में गहरी आस्था।
भविष्य की तरह
वर्तमान में उतर आया है
और ये पर्याप्त है
आनन्द में खो जाने के लिये।