Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Vijay Kumar उपनाम "साखी"

Inspirational

4.5  

Vijay Kumar उपनाम "साखी"

Inspirational

कवि

कवि

1 min
627


जैसे तम मिटाता रवि है

वैसे सत्य बताता कवि है

जो दिखाता छद्म छवि है

वो हो सकता नही कवि है

जो झूठ को बताता सही है

वो होता सत्य का अरि है

जो झूठ की लिखता बही है

वो होता विषैला अहि है

वो करता विषैली नदी है

पर जो होता सच्चा कवि है

अपयश चिंता करता नही है

जैसे तम मिटाता रवि है

वैसे सत्य बताता कवि है

कवि झूठ लिखता नही है

जो झूठ की करता पैरवी है

वो हो सकता नही कवि है

जो लिखे सच बाते सही है

वो होता वाकई में कवि है

जैसे तम मिटाता रवि है

वैसे सत्य बताता कवि है

वो व्यक्ति बनता कवि है

जो सत्य लेखन की छवि है

जैसे बिना ज्योति अग्नि है

वैसे बिना सत्य कवि है

दोनों होते व्यर्थ घड़ी है

जो न बताये वक्त सही है

जो सच लिखती लेखनी है

वो खुदा की करती बंदगी है

वो कभी झुकता नही है

जो सच वास्ते देता बलि है

वो ही होता सच्चा कवि है

जैसे तम मिटाता रवि है

वैसे सत्य बताता कवि है

मुरझाये फूलो को देता है,

वो नवसृजन की कली है

जो अंधविश्वास मिटाये

समाज को रस्ता दिखाये

ऐसा होता सच्चा कवि है

सत्य ही होती जिंदगी है

तीनो काल गढ़ता कवि है

उसके भीतर होती घड़ी है

जैसे तम मिटाता रवि है

वैसे सत्य बताता कवि है


दिल से विजय


Rate this content
Log in