कुछ तो मलाल रहेगा
कुछ तो मलाल रहेगा
कुछ तो मलाल रहेगा तेरे जानें का
ये पता है के तुम लौट के आओगे नहीं
मेरे ये जख्म भी ताजे रहेंगे तब तक
जब तक मेरे मर्ज की दवा लाओगे नहीं
याद करता रहूंगा तुम्हे मरते दम तक
क्या मुझसे मिलने कभी फिर आओगे नहीं
तोड़कर कसमें और वादे बेशक चली जाना
लगा तो मुझे ऐसा छोड़कर कभी जाओगे नहीं
दुआ करूंगा मैं तेरे लिए अपने रब से
के दुख कोई तुम ऐसा अब पाओगे नहीं
तुम्हारी यादों में गर मैं ना भी रहा
पर मेरी यादों से तुम कभी जाओगे नहीं।

