STORYMIRROR

Pratibha Shrivastava Ansh

Abstract

3  

Pratibha Shrivastava Ansh

Abstract

कुछ ना बदला

कुछ ना बदला

1 min
12.1K


कवि ने आँसू भरी,

एक कविता लिखी


पत्रकारों ने,

खूब समाचार बटोरी

प्रशासन ने ऐलान किया

डॉक्टर-पुलिस,

अपने काम पर अडिग


और

निम्न तबका लौट रहा,

घर की तरफ

पैदल,भूखे पेट

बस चल ही रहा,


कहीं तो पहुँचेगा

लिखो जिसको,

जो लिखना है

बस लिख डालो।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract