कर के तो देख
कर के तो देख
संभल रहा है तू गिरने से पहले,
इरादा उठने का कर के तो देख।
चला है भीड़ में भी अकेले बहुत,
हाथ थामे साथ चल कर तो देख।
तन्हाइयों में काट ली बहुत सी रातें,
अब नया सवेरा कर के तो देख।
छुपकर बहाये हैं अंधेरे में आँसू,
खुलकर हँसना सीख कर तो देख।
बाँटी है ख़ुशियाँ हर दफ़ा सब से,
हिस्सा ग़मों का भी कर के तो देख।
जीतने का हौसला है हर किसी के पास,
कभी हार पर उम्मीद बाँध कर तो देख।
संभल रहा है तू गिरने से पहले,
इरादा उठने का कर के तो देख।
