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संदीप सिंधवाल

Abstract

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संदीप सिंधवाल

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कोविड१९ - ये समय है साहब

कोविड१९ - ये समय है साहब

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तब वो सामाजिकता से 

दूर रहते थे

जानबूझकर

और आज समाज से 

दूर रहना पड़ रहा है। 


वो कहते थे 

समय किसके पास है? 

व्यस्त थे कमाने में 

जीने के लिए, 

आज उनके पास 

समय बहुत है कटता नहीं

जीने के लिए 

कमाना छोड़ दिया। 


तब बहाने बहुत थे

दूरी रखने को 

आज पास आ नहीं सकते

बहाने तो खत्म हैं। 

ये समय है साहब 

कोविड १९ से दिखा गया

जीवन की सच्चाई। 


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