कोशिश कर लूंगा
कोशिश कर लूंगा
प्यार करता हूँ तुझसे कितना, कैसे समझाऊँ तुझे
तू नाराज़ है मुझसे इतनी, कैसे मनाऊ तुझे।
हो जाती है गलतियाँ जहाँ प्यार होता हैअसीम
जीना है दुश्वार तेरे बिना, कैसे बताऊं तुझे ।
तुझको ही माना भगवान, तुमको ही माना रब
तुझको ही बनाया मैंने यह जीवन का सपना,
क्या है इतना तुझमें कि में दीवाना हूँ तेरा
यह ज़िन्दगी में सिर्फ तू, या कोई नहीं फिर मेरा ।
जहां लोग कहते हैं क्या रखा है इंतज़ार में,
क्या रखा है तुझमें , क्या रखा है तेरे दीदार में
नादान है वह क्या जाने , तू तो खुद स्वर्ग की देवी है
ज़िन्दगी ,मेरी साँसे मेरी बसी है सिर्फ तेरे प्यार में ।
तुझको मानने की हर कोशिश कर लूंगा
तुझको समझाने की हर कोशिश कर लूंगा,
आज नहीं तो कल तुझे आना तो यहीं है,
मूरत बना के महालक्ष्मी की, जीवनभर पूजा मैं तेरी करूँगा ।

